Teeth Cavity:दांतों में कीड़ा लगने के कारण और घरेलू उपचार

ज्यादा मिठाई खाने तथा दांतों की सही तरह से देखभाल न करने की वजह से Teeth Cavity की समस्या हो जाती है जिससे दांत  कमजोर होकर दर्द करने लगते हैं, और हम मनचाहा भोजन नहीं खा पाते हैं, इस लेख में हम दांत में कीड़ा, लक्षण, बचाव और घरेलू उपाय के बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे।

Teeth Cavity:दांतों में कीड़ा लगने के कारण और घरेलू उपचार
दातों में कीड़ा लगने के कारण और उपचार- छवि स्रोत: गूगल 


Teeth Cavity: दांतों में कीड़ा लगने के कारण और घरेलू उपचार 

आजकल दांतो में कीड़ा लगना एक गंभीर समस्या हो गई है, जो संभवत: ज्यादा मीठा खाने से होना माना जाता है। ज्यादा मीठा खाने से शुगर की बीमारी ही नही, दांतों मे कीड़े लगने की समस्या का भी सामना करना पड़ रहा है, दांत में कीड़े का दर्द बहुत ही परेशान करने वाला होता है, जिसका असर हमारे स्वास्थ्य पर भी पड़ता है। दांत का दर्द जिसको होता है इसके बारे में वही बता सकता है।


यह दर्द इतना तेज होता है कि व्यक्ति को नींद भी नहीं आती है, खाना खाने में भी तकलीफ होती है और चेहरे पर सुन्दरता का गुस्सा आता है। अगर इसे नजरअंदाज किया जाता है तो यह और भी बड़ी समस्या बन सकती है, इसलिए, दांतों की सफाई और नियमित चिकित्सा जांच करवाना बहुत जरूरी है।


आइए जानते हैं दांत में कीड़ा लगने के कुछ कारण जिनकी वजह से हमें दांतों से सम्बंधित परेशानियों का सामना करना पड़ता है।


दांतों में कीड़ा लगने के कारण-Causes of Teeth Cavity in Hindi


दांतों में कीड़ा लगना एक सामान्य समस्या है जो  लोगों को बहुत परेशान करती है, और असहनीय दर्द का सामना करना है, दांतों की इस समस्या के कई कारण हो सकते हैं, जिनमें सबसे मुख्य कारण हम आपके साथ शेयर करने जा रहे हैं।

लापरवाही से डेंटल केयर

जब दांतों की देखभाल सही तरीके से नहीं की जाती, तो कीड़े दांतों में घुस जाते हैं। यह लापरवाही दांतों के कीड़ों को प्रोत्साहित करती है।

अधिक मिठाई और कार्बोहाइड्रेट्स का सेवन

अधिक मात्रा में मीठा और कार्बोहाइड्रेट्स का सेवन करने से दांतों की कवक बढ़ती है, जिससे कीड़े बढ़ने का खतरा बढ़ जाता है।

ब्रशिंग और फ्लॉसिंग की अभाव

यदि दांतों को नियमित रूप से ब्रश और फ्लॉस नहीं किया जाता है, तो उस पर कीड़े लगने का खतरा बढ़ जाता है। खासकर भोजन के बाद दातों की सफाई न करना।

बुरा खान-पान

तल्ख और तीखे खाने, तंबाकू और नशे का सेवन करने से दांतों की सेहत पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है, जो कीड़े के बढ़ने के लिए उत्तेजक हो सकता है।

डेंटिस्ट की सलाह

अगर कोई व्यक्ति नियमित तौर पर डेंटिस्ट की सलाह नहीं लेता है और दांतों की सही देखभाल नहीं करता है, तो उसके दांतों में कीड़े लगने का खतरा बढ़ जाता है। इसलिए, एक स्वस्थ और हेल्दी मुंह रखने के लिए नियमित डेंटल चेकअप करवाना बहुत महत्वपूर्ण है।


दांतों में कीड़ा लगने के लक्षण- Symptoms of Teeth Cavity in Hindi 


जब दांत में कीड़ा लगता है, तो इसके कुछ लक्षण होते हैं जो समय रहते पहचानने पर उपचार में मदद कर सकते हैं।


1. दांत में दर्द या असहनीयता

यह दर्द कभी स्थायी या रुक- रुक कर हो सकता है, और कभी-कभी यह खाना खाने या पानी पीने से बढ़ जाता है।

2.दांतों में संज्ञानात्मक संवेदना 

यदि आपको दांतों में संज्ञानात्मक एहसास होता है जैसे कि छुने पर, तो यह भी कीड़ा लगने का संकेत हो सकता है।

3.मसूड़ों में सूजन और लालिमा 

जब कीड़ा दांत की गहराई में पहुंचता है, तो यह मसूड़ों के चारों ओर सूजन या लालिमा के रूप में प्रकट हो सकता है।

4.अन्य लक्षण

अन्य लक्षणों में संक्रमण, दांत की गंदगी या बदबू, दांत की अद्भुतता में कमी, दांत में छेद और दांतों में खोखलापन शामिल हो सकते हैं।


दांतों में कीड़ा लगने के प्रमुख घरेलू उपाय- Home Remedies Teeth Cavity in Hindi


दांतों में कीड़ा लगने की इस समस्या का समाधान घरेलू उपायों से भी संभव है, यहां हम कुछ प्रमुख घरेलू उपायों के बारे में चर्चा करेंगे जो आपको इस समस्या से निजात दिलाने में मदद कर सकतें हैं।

• नीम का तेल

नीम के तेल को दांतों पर लगाने से कीड़े मर जाते हैं। इसके लिए, नीम के तेल को दाँतों पर लगाकर 15-20 मिनट तक रखें, फिर साफ पानी से मुंह धो लें।

• लौंग

लौंग के तेल में एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं जो कीड़ों को मारते हैं। एक लौंग को कीड़े वाले दाँत पर दबाएं और उसे 10-15 मिनट तक रखें।

• सेन्धा नमक

सेन्धा नमक भी दांतों में कीड़ों को मारता है। इसे नार्मल नमक के साथ मिलाकर दांतों को साफ़ करने के लिए उपयोग किया जा सकता है।

• अदरक का रस

अदरक का रस भी कीड़ों को मारने में मदद करता है। एक छोटा टुकड़ा अदरक लेकर उसका रस निकालें और इसे दांतों पर लगाएं।

• नमक और सोडा

नमक और सोडा को मिलाकर बनी पेस्ट को दांतों पर लगाने से भी कीड़े मर जाते हैं।

• तुलसी

तुलसी के पत्तों को पीसकर उनका रस निकालें और इसे दांतों पर लगाएं। यह कीड़ों को मारेगा और मुंह की समस्याओं को भी दूर करेगा।

इस प्रकार इन घरेलू उपायों का नियमित उपयोग करके आप दांतों में कीड़ा लगने की समस्या से बच सकते हैं, इसके अलावा आप एलोपैथिक, होम्योपैथिक, आयुर्वेदिक दवाओं का इस्तेमाल डाक्टर की सलाह से कर सकते हैं


दांत में कीड़ा लगने से बचाव- Teeth Cavity Prevention in Hindi 


इस लेख में कुछ सरल और प्रभावी उपाय हैं जो आपको दांतों में कीड़ा लगने से बचाव में मदद कर सकते हैं।

• नियमित ब्रशिंग और फ्लॉसिंग अपनाएं

अपने दांतों को दिन में कम से कम दो बार ब्रश करें और फ्लॉस करें। इससे दांतों की सफाई होती है और कीड़ा लगने की संभावना कम होती है।

• स्वस्थ आहार अपनाएं

अधिक चिप्स, मिठाईयों और कार्बोहाइड्रेट्स से बचें और अपने आहार में ज्यादा फल, सब्जियाँ, और प्रोटीन शामिल करें। इससे दांतों  स्वस्थ बने रहते है और कीड़ा लगने की संभावना कम होती है।

• स्वच्छता का ध्यान दें

उचित स्वच्छता का ध्यान रखें, जैसे नियमित तौर पर मुँह को धोना, साफ़ पानी पीना, और खाने के बाद मुँह को धोना।

• तंबाकू छोड़ दें 

तंबाकू का सेवन करने से दांतों की स्वस्थता पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है और कीड़ा लगने की संभावना बढ़ जाती है इसलिए तम्बाकू का सेवन न करें।

• घरेलू उपाय अपनाएं 

दांतों में कीड़ा लगने से बचाव के लिए नीम के तेल का इस्तेमाल, लौंग का तेल, या सेन्धा नमक का उपयोग करें। ये घरेलू उपाय कीड़ों को मारने में मदद कर सकते हैं।

• नियमित दंत चिकित्सा जाँच कराएं

नियमित अंतराल पर दंत चिकित्सा जाँच करवाएं, ताकि किसी भी संदेहजनक संकेत को पहचाना जा सके और समस्या को सही समय पर संभाला जा सके।

इन उपायों का पालन करके आप दांतों में कीड़ा लगने से बचाव कर सकते हैं और अपने मुंह के स्वास्थ्य को बनाए रख सकते हैं, यदि आपको इस समस्या के संबंध में अधिक जानकारी चाहिए, तो अपने निकटतम दंतचिकित्सक से संपर्क करें।

निष्कर्ष -

दातों की इस समस्या से बचाव के लिए सही जानकारी और उपायों का पालन करना अति आवश्यक है, क्योंकि दांत स्वस्थ तो सब स्वस्थ नहीं तो भरपेट खाना मुश्किल हो जाता है, इस प्रकार आप इस लेख के माध्यम से समझ गए होंगे कि teeth cavity के घरेलू उपाय क्या हैं और इससे कैसे बच सकते हैं।


नोट: इस लेख में दी गई जानकारी सामान्य जानकारी के लिए है और यह चिकित्सकीय परामर्श का विकल्प नहीं है। किसी भी प्रकार की दांत सम्बन्धी समस्या के लिए अपने चिकित्सक से परामर्श अवश्य लें।
      
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