Sahjan ki Sabji लगभग सभी घरों में बनाई जाती है यह बहुत ही स्वादिष्ट होती है तथा स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद होती है। इसमें बहुत सारे पौष्टिक तत्व पाए जाते हैं इसलिए सहजन हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत खास है। आइए जानते है सहजन की सब्जी कैसे बनाई जाती है तथा इसके स्वास्थ्य लाभ के विषय में विस्तार से जानकारी करते है।
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सहजन की सब्जी कैसे बनती है - छवि स्रोत: गूगल |
सहजन की सब्जी बनाने की विधि -Sahjan ki Sabji banane ki vidhi in hindi
सहजन जिसे moringa भी कहते हैं यह दुनिया भर मे पाया जाता है, सहजन अत्यंत पौष्टिक और औषधीय गुणों से भरपूर पौधा है, सहजन को इंग्लिश में drumstick कहते हैं, इसका वानस्पतिक नाम moringa oleifera है, इसकी sabji recipe बहुत स्वादिष्ट बनती है।
Sahjan कई प्रकार से बनाया जाता है सहजन को दाल के साथ भी बना सकते हैं, आलू के साथ भी बना सकते हैं, सूखी सब्जी भी बना सकते है कढ़ी भी बना सकते हैं। आज आपको बताएंगे कि आलू और सरसों के साथ सहजन की सब्जी कैसे बनती है।
रेसिपी बनाने के लिए आवश्यक सामग्री-
- सहजन
- आलू
- पीली सरसों
- सरसों का तेल
- प्याज
- लहसुन
- नमक
- लाल मिर्च
- हींग
- टमाटर
Sahjan ki sabji recipe बनाने की विधि
- सहजन को सबसे पहले धुल लेंगे फिर छोटे छोटे टुकडों में लगभग दो इंच के काट लेंगे, यहां पर हम मुलायम सहजन का प्रयोग कर रहे हैं इसलिए इसे छीलने की जरुरत नहीं है यदि आप कड़े सहजन की सब्जी बनाना चाहते है तो छीलकर बनाएं।
- अब आलू को छीलकर इसे लंबे साइज में काट कर धुल लेंगे।
- मसाला बनाने के लिए पीली सरसों, प्याज़, लहसुन, हल्दी और पानी को मिलाकर एक पेस्ट बना लेंगे पेस्ट को हम तड़का देने में इस्तेमाल करेंगे जिससे सब्जी की महक बहुत अच्छी हो जाती है।
- अब सरसों के तेल से सहजन को 5 मिनट तक फ्राई करेंगे उसके बाद इसमें हम आलू को भी फ्राई करेंगे फिर आलू व सहजन को बाहर निकाल लेंगे।
- अब इसमें हम पीली सरसों तथा लाल मिर्च से तड़का देंगे जब मसाला चटक जाए तब सरसों का पेस्ट जो हमने पहले बनाया था डालकर अच्छे से इसे भून लेंगे।
- उसके बाद आंच को धीमा कर देंगे और भूनते जायेंगे इसी में बारीक कटी हुई कच्ची प्याज़ डालकर उसे भी भून लेंगे फिर इसमें थोड़ा सा टमाटर डालकर उसे भी मसालों के साथ भूनकर पका लेंगे।
- अब इसी के साथ अपने आलू और सहजन को भी डाल देंगे और थोड़ा सा इसमें हींग भी डाल देंगे बाद में आवश्यकतानुसार पानी डाल देंगे 10से 15मिनट तक इसे पकाएंगे।
- आलू जब पक जाए तब इसमें हम नमक और लाल मिर्च पाउडर डाल देंगे फिर सबको आपस मे मिलाकर लगभग 5 मिनट तक और पकाएंगे।
- इस तरह से हमारी सब्जी बनकर तैयार हो जाती है आप एक बार जरूर बना कर देखिए आपको सच में यह सब्जी बहुत अच्छा लगेगी।
- इस सब्जी को आप चावल या रोटी के साथ खाइए बहुत अच्छी लगेगी, एक बार आप हमारे बताए गए तरीके से सहजन की सब्जी जरूर बनाकर देखें और खाएं।
सहजन के स्वास्थ्य लाभ-Health Benefits of Sahjan
- सहजन की सब्जी स्वाद से भरपूर होती है सहजन की फली इम्यून सिस्टम को मजबूत करने में मदद करती है
- सहजन की पत्तियां शुगर के मरीजों के लिए बहुत फायदेमंद होती हैं इसकी पत्तियां ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने में मदद करती हैं
- सहजन की सब्जी खाने से जोड़ों के दर्द में आराम मिलता है यदि दर्द लगातर बना रहता है तो कोई बीमारी हो सकती है
- सहजन सूजन को कम करता है यदि शरीर में संक्रमण या चोट है तो इसकी सब्जी खाने से आराम मिलता है
- सहजन स्वाथ्य व फिटनेस के लिए बहुत फायदेमंद होता है यह मोटापा कम करने में भी सहायक है सहजन में पर्याप्त मात्रा में कैलशियम पाया जाता है जो हड्डियों व दांतों को मजबूत बनाता है
सहजन के अन्य लाभ
सहजन का सेवन मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी लाभकारी होता है। इसमें पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट्स और पोषक तत्व मस्तिष्क को स्वस्थ रखते हैं और मानसिक तनाव को कम करने में मदद करते हैं। इसके अलावा, सहजन के पत्तों का उपयोग आंखों की रोशनी को बढ़ाने और संक्रमण से बचाने के लिए भी किया जाता है।
सहजन के औषधीय गुण-Sahjan ke Aushdhiya Gun in Hindi
सहजन एक अत्यंत पौष्टिक और औषधीय गुणों से भरपूर पौधा है तथा सहजन को कई स्वास्थ्य समस्याओं के समाधान के रूप में उपयोग किया जाता है, सहजन के पत्ते, फूल, बीज, और छाल सभी का औषधीय महत्व है, चलिए देर न करते हुए सहजन के औषधीय गुणों के विषय में चर्चा करते हैं।
पौष्टिक तत्व
सहजन के पत्तों में प्रोटीन, विटामिन ए, विटामिन सी, कैल्शियम, पोटेशियम, और आयरन जैसे आवश्यक पोषक तत्व पाए जाते हैं। इसके पत्तों में दूध की तुलना में चार गुना अधिक कैल्शियम और गाजर से दस गुना अधिक विटामिन ए पाया जाता है। इसके अलावा, इसमें कई प्रकार के एंटीऑक्सीडेंट्स और एंटी-इंफ्लेमेटरी तत्व भी होते हैं।
रोग प्रतिरोधक क्षमता
सहजन के नियमित सेवन से रोग प्रतिरोधक क्षमता में सुधार होता है, इसके पत्तों और फलों में पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट्स शरीर को फ्री रेडिकल्स से बचाते हैं, जो कोशिकाओं को क्षति पहुंचा सकते हैं, इससे शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है और बीमारियों से लड़ने की क्षमता में सुधार होता है।
हृदय को स्वस्थ बनाए रखे
सहजन का नियमित सेवन हृदय स्वास्थ्य के लिए भी लाभकारी होता है, इसमें पाए जाने वाले पोटेशियम और एंटीऑक्सीडेंट्स रक्तचाप को नियंत्रित रखते हैं और कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में मदद करते हैं। इससे हृदय संबंधी बीमारियों का खतरा कम रहता है।
पाचन तंत्र के लिए फायदेमंद
सहजन का सेवन पाचन तंत्र के लिए भी लाभकारी होता है। इसके पत्तों और छाल में पाए जाने वाले रेशे पाचन को सुधारते हैं और कब्ज जैसी समस्याओं को दूर करते हैं। इसके अलावा, सहजन का सेवन पेट के अल्सर और गैस्ट्रिक समस्याओं में भी राहत प्रदान करता है।
त्वचा और बालों के लिए लाभकारी
सहजन के पत्तों और बीजों का उपयोग त्वचा और बालों की समस्याओं के लिए भी किया जाता है, इसके पत्तों का पेस्ट त्वचा पर लगाने से मुंहासे, झाइयां और अन्य त्वचा संबंधी समस्याओं से राहत मिलती है। सहजन के तेल का उपयोग बालों की जड़ों को मजबूत करने और उन्हें घना बनाने के लिए किया जाता है।
सूजन और दर्द निवारक
सहजन के पत्तों और छाल में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो सूजन और दर्द को कम करने में मदद करते हैं। इसका उपयोग गठिया, जोड़ों के दर्द, और अन्य सूजन संबंधी समस्याओं में राहत प्रदान करने के लिए किया जाता है।
सहजन खाने के नुकसान-Sahjan khane ke nuksan
सहजन (ड्रमस्टिक) के पौधे को औषधीय गुणों के लिए जाना जाता है, लेकिन इसके अत्यधिक सेवन से कुछ नुकसान हो सकते हैं। सहजन के पत्ते, फूल, और फल खाने में इस्तेमाल होते हैं और इनमें कई पोषक तत्व होते हैं हालांकि, जब इनका अत्यधिक सेवन किया जाता है, तो इसके दुष्प्रभाव भी हो सकते हैं।
- पाचन समस्याएं: सहजन का अत्यधिक सेवन करने से पेट में ऐंठन, दस्त, और गैस जैसी पाचन समस्याएं हो सकती हैं। इसके पत्तों में फाइबर की मात्रा अधिक होती है, जो पाचन को प्रभावित कर सकता है।
- किडनी और लीवर की समस्याएं: सहजन के बीजों और जड़ों में कुछ ऐसे यौगिक होते हैं जो किडनी और लीवर पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकते हैं। इनके अत्यधिक सेवन से इन अंगों में विषाक्तता हो सकती है।
- रक्तचाप: सहजन के सेवन से रक्तचाप कम हो सकता है। यदि कोई व्यक्ति पहले से ही लो ब्लड प्रेशर की समस्या से ग्रस्त है, तो सहजन का सेवन उनके लिए हानिकारक हो सकता है।
- गर्भावस्था में जोखिम: गर्भवती महिलाओं को सहजन के पत्तों और फूलों का सेवन करने से बचना चाहिए। इनमें ऐसे यौगिक हो सकते हैं जो गर्भाशय संकुचन को बढ़ावा दे सकते हैं और गर्भपात का खतरा बढ़ सकता हैं।
- एलर्जी: कुछ लोगों को सहजन से एलर्जी हो सकती है। इसके सेवन से खुजली, त्वचा पर रैशेस, और सांस लेने में कठिनाई जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
- औषधियों के साथ प्रतिक्रिया: सहजन का सेवन कुछ औषधियों के साथ प्रतिक्रिया कर सकता है खासकर, अगर कोई व्यक्ति मधुमेह, उच्च रक्तचाप, या थायरॉइड की दवाएं ले रहा है, तो उसे सहजन का सेवन करने से पहले डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए।
सहजन का पेड़ लगाने की विधि-
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सहजन का पेड़ - छवि स्रोत: कैमरा फोटो |
- स्थान का चयन: सहजन का पेड़ लगाने के लिए धूप वाली जगह का होनी चाहिए। यह पेड़ गर्म और शुष्क जलवायु में अच्छे से बढ़ता है।
- मिट्टी की तैयारी: सहजन किसी भी प्रकार की मिट्टी में उग आता है, लेकिन अच्छी जल निकासी वाली दोमट मिट्टी सबसे उपयुक्त होती है। मिट्टी को पहले अच्छे से खोदकर तैयार करें और उसमें जैविक खाद मिलाएं।
- बीज या कटिंग: सहजन के पेड़ को आप बीज या कटिंग से लगा सकते हैं। बीज से पेड़ लगाने के लिए बीज को 24 घंटे पानी में भिगोकर रख दें। फिर 1-2 इंच गहरा गड्ढा बनाकर उसमें बीज डालें। कटिंग से लगाने के लिए 1-2 फीट लंबी और 1 इंच मोटी डाल की कटिंग लें और इसे सीधे मिट्टी में लगाएं।
- सिंचाई: शुरुआती दिनों में नियमित रूप से पानी देना पड़ता है, लेकिन जलजमाव से बचें। पौधा जम जाने के बाद पानी की आवश्यकता कम हो जाती है।
- रखरखाव: पौधे की नियमित देखभाल करें और समय-समय पर खरपतवार हटाते रहें। इसका पेड़ तेजी से बढ़ता है और 6-8 महीने में फली देना शुरू कर देता है।
निष्कर्ष:
आयुर्वेद में सहजन का उपयोग विभिन्न रोगों के उपचार में किया जाता है और इसके औषधीय गुणों को वैज्ञानिक रूप से भी प्रमाणित किया गया है। इसलिए, सहजन को अपने आहार में शामिल करना स्वास्थ्य के लिए अत्यंत लाभकारी हो सकता है।
लेकिन सहजन का सेवन संतुलित मात्रा में ही करना चाहिए। इसके लाभों का पूरा फायदा उठाने के लिए इसका सीमित मात्रा में और संतुलित आहार के रूप में सेवन करना बेहतर होता है। अगर किसी को इसके सेवन से कोई भी स्वास्थ्य समस्या होती है, तो तुरंत चिकित्सकीय परामर्श लेना चाहिए।
तो आप इस लेख के माध्यम से समझ गए होंगे कि सहजन की सब्जी कैसे बनती है और सहजन हमारे लिए कितना फायदेमंद है आज हमने आपको sahjan ki sabji recipe के बारे मे जो जानकारी दी कैसी लगी मुझे उम्मीद है कि यह जानकारी, recipe जरूर पसन्द आई होगी।